Thursday, December 12, 2019

देश की पुकार - शरद पवार


*देश की पुकार - शरद पवार*



देश में पिछले कई दिनों से जिस तरह से ईडी, सीबीआई, न्यायपालिका, चुनाव आयोग, विश्वविद्यालय, हर एक सरकारी संस्था की स्वायतत्ता खत्म कर उसे गिने-चुने व्यक्तीयों की गुलाम बनाने की हर कोशिश हो या सभी राज्यों के चुनाओं में करि जाने वाली लोकतंत्र और संविधान के हत्या की साजिश हो, हर राज्य चाहे वो कर्नाटक हो या गोवा, बिहार हो या मिजोरम उन सभी राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी मोदी-शाह का फ़ासीवादी जहर उगलना अपेक्षित ही था और जो उन्होंने आगे चलकर सिद्ध भी कर दिया !

महाराष्ट्र के राजनितिक घटनाक्रम में लोकतंत्र को पैरो तले रौंदके, नैतिकता के सारे वस्त्रहरण कर जिस तरह भाजपा ने रात के अंधेरे में राजनीती का नंगा नाच किया उस तरह के एकतरफा युद्ध में जमीन पर अपने पैर मजबूती से जमाकर ८० साल का एक "युवा" योद्धा उठ खड़ा हुआ और सत्ता के घमंड में चूर तानाशाह को ऐसी करारी शिकस्त दी जिसकी चिंगारी पुरे देश में भडकनी चालू हो गई, उस योद्धा का नाम है "शरद पवार" !

महाराष्ट्र चुनाव में विपक्ष के लगभग सभी जीतनेवाले उम्मीद्वारोंको साम, दाम, दंड, भेद की निति अपनाकर भाजपा में शामिल करवाके माहौल बनाना, इसके बावजूद पवार को जब लोगों का साथ मिलता दिखा तो फिर उनको भी ईडी की फर्जी नोटिस भेज कर लोगों में भ्रम पैदा करवाने की कोशिश करना, नई उम्मीद और नए लोग लेके पवार ने फिर से चुनौती दी तो उनके कई प्रमुख कार्यकर्ताओं को लोगों तक पहुँचनेही न देना, उनकी हर तरफ से नाकाबंदी करने की हर "अनैतिक" कोशिश करना, इन सब के बाद भी चुनाव परिणामों में जब जनता ने उनके साथ खड़ा होने का फैसला दिखाया तो राज्यपाल और राष्ट्रपति भवन का पूरा पूरा दुरूपयोग करके सत्ता हथियानेकी हर कोशिश करना - मोदी-शाह के इन सभी क्रूर पैतरों पे भारी पड़े ८० साल के "युवा योद्धा" शरद पवार !
लोगों ने उनमे जिस तरह से एक योद्धा देखा उसी तरह उन्होंने भी अपनी हर चाल एक योद्धा के तरह ही चली !

आज देश में शरद पवार ही एक अकेले व्यक्ति है जो अमित शाह और मोदी के बर्बरताभरी नीतियोंको रोक सकते है और ये बात सामाजिक जीवन में कार्यरत हर नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी लोग, हर नेता और पार्टी बखूबी जानती है चाहे वो मुलायम-अखिलेश हो या मायावती, ममता बनर्जी हो या अरविन्द केजरीवाल, फ़ारुक़-ओमर अब्दुल्ला हो या मेहबूबा मुफ़्ती, नितीश कुमार हो या लालू यादव, नवीन पटनायक हो या कुमारस्वामी-देवेगौडा, जगनमोहन रेड्डी-चंद्राबाबू-के.चंद्रशेखर राव हो या उद्धव ठाकरे,
डीएमके हो या एआयडीएमके, कांग्रेस हो या सीपीएम ! इन सभी नेता और पार्टियों को जोड़के मोदी-शाह की बर्बरतापूर्वक नीतियोंसे देश को अगर कोई मुक्त कर सकता है तो वे शरद पवार ही है ! शरद पवार ही वो समंदर है जिसमे अलग अलग विचारधाराओंकी यह सभी नदियां मिलके मोदी-शाह को शिकस्त देके सर्वसमावेशक भारत के ढांचे को बचाया जा सकता है ! 

महारष्ट्र में जिस चिंगारी को जलाकर शरद पवार ने दिखाया है उस चिंगारी से देश में क्रांति की मशाल जलाने का भी दायित्व उनके ऊपर ही आता है क्यों की ये पुकार तो देश की है !

आज देश मांग रहा है लोकतंत्र को जिन्दा रखने का वो क्रांतियुद्ध और शरद पवार नाम का "युवा योद्धा" जिसका सम्मान करते हुए इन सभी पार्टी और नेताओंको हमारा विनम्र आवाहन के शरद पवार की तरफ एक कदम वो बढ़ाएं और शरद पवार भी देश ने लगाई हुई इस आस को जिन्दा रखे !

#लोकतंत्र_जिंदाबाद
# Jay Bharat 

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